महाराज गजानंद आवो नी
महाराज गजानंद आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ…..
रणत भवन से आवो नी गजानन, संग में रिद्धि सिद्धि ल्यावो,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
गणराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ…..
ब्रम्हा जी आवो देवा विष्णु पधारो, संग में सरस्वती ले आवो,
महाराज विनायक आवो नी , म्हारी सभा में रंग बरसाओ.
गणराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
महाराज विनायक आवो नी , म्हारी सभा में रंग बरसाओ…….
नांदिये सवारी शिव भोला पधारो, संग में पार्वती ने ल्यावो,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
गणराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ……
सिंघ सवारी नवदुर्गे पधारो, संग में काला गौरा ल्यावो,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
गणराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ……
लीले सवारी बाबा रामदेव आवो नी, संग में मेतल राणी ल्यावो,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
गणराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ…..
तानसेन देवा थारो यश गावे, भूल्या ने राह बतावो,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
गणराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
महाराज विनायक आवो नी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ…..
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल, छोटो सो मेरो मदन गोपाल !
आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल, बीच में मेरो मदन गोपाल !
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल, छोटो सो मेरो मदन गोपाल !!
कारी कारी गैया गोरे गोरे ग्वाल, श्याम वरण मेरो मदन गोपाल !
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल, छोटो सो मेरो मदन गोपाल !!
घास खाए गैया दूध पीवे ग्वाल, माखन खावे मेरो मदन गोपाल !
छोटी-छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल, छोटो सो मेरो मदन गोपाल !!
छोटी छोटी लकुटी छोले छोटे हाथ, बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल !
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल, छोटो सो मेरो मदन गोपाल !!
छोटी छोटी सखियाँ मधुबन बाग, रास राचावे मेरो मदन गोपाल !
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल, छोटो सो मेरो मदन गोपाल !!
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो, राधा रमण हरी गोविन्द बोलो,
राधा रमण हरी गोविन्द बोलो, गोविन्द बोलों हरी गोपाल बोलो ||
ब्रह्मा की जय जय विष्णु की जय जय, ओ ग्यान की देवी सरस्वती की जय जय,
गोविन्द बोलों हरी गोपाल बोलो ||
रामजी की जय जय लक्ष्मण जी की जय जय, भरतजी की जय जय शत्रुघ्न जी की जय जय,
जनक दुलारी सीता माता की जय जय, गोविन्द बोलों हरी गोपाल बोलो ||
गंगा की जय जय यमुना की जय जय, त्रिवेणी मात सरस्वती की जय जय,
गोविन्द बोलों हरी गोपाल बोलो ||
माता की जय जय पिता की जय जय, अपने अपने गुरूदेव की जय जय,
गोविन्द बोलों हरी गोपाल बोलो ||
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो, राधा रमण हरी गोविन्द बोलो,
राधा रमण हरी गोविन्द बोलो, गोविन्द बोलों हरी गोपाल बोलो ||
हर जनम में साँवरे का साथ चाहिए
हर जनम में साँवरे का साथ चाहिए सर पे मेरे नाथ तेरा हाथ चाहिए ….2
सिलसिला ये टूटना नहीं चाहिए मुझको बस इतनी सी सौगात चाहिए ….2
हर जनम में सांवरे का साथ चाहिए सर पे मेरे नाथ तेरा हाथ चाहिए ….2
मेरी आँखों के तुम तो तारे हो जान से ज्यादा मुझे प्यारे हो …2
रूठे सारी दुनिया तुम रूठना नहीं मुझको तेरे प्यार की बरसात चाहिए
हर जनम में साँवरे का साथ चाहिए सर पे मेरे नाथ तेरा हाथ चाहिए ….2
मेरी दुनिया को बसाये हो मेरी साँसों में तुम समाये हो ….2
दिन में साथ साथ तुम रहो मेरे सपनो में आते रहो वो रात चाहिए
हर जनम में साँवरे का साथ चाहिए सर पे मेरे नाथ तेरा हाथ चाहिए ….2
मुझ पे तेरी या काम न है फिर भी छोटी सी एक तमन्ना है …2
मर न जाये श्याम तुझे याद करके जीते जी एक तुझसे मुलाकात चाहिए
हर जनम में साँवरे का साथ चाहिए सर पे मेरे नाथ तेरा हाथ चाहिए ….2
हर जनम में साँवरे का साथ चाहिए सर पे मेरे नाथ तेरा हाथ चाहिए ….2
सिलसिला ये टूटना नहीं चाहिए मुझको बस इतनी सी सौगात चाहिए ….2
हर जनम में साँवरे का साथ चाहिए सर पे मेरे नाथ तेरा हाथ चाहिए …
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है,
जो पेड़ हमने लगाया पहले, उसी का फल हम अब पा रहे है,
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है ॥
इसी धरा से शरीर पाए, इसी धरा में फिर सब समाए,
है सत्य नियम यही धरा का, एक आ रहे है एक जा रहे है,
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है ॥
जिन्होने भेजा जगत में जाना, तय कर दिया लौट के फिर से आना,
जो भेजने वाले है यहाँ पे, वही तो वापस बुला रहे है,
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है ॥
बैठे है जो धान की बालियो में, समाए मेहंदी की लालियो में,
हर डाल हर पत्ते में समाकर, गुल रंग बिरंगे खिला रहे है,
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है ॥
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है,
जो पेड़ हमने लगाया पहले, उसी का फल हम अब पा रहे है,
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है ॥
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा | राधा तेरा श्याम हमने मथुरा मैं देखा,
बंसी बजाते हुए, राधा तेरा श्याम देखा | राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…
राधा तेरा श्याम हमने वृन्दावन में देखा | रास रचाते हुए राधा तेरा श्याम देखा
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा.. | राधा तेरा श्याम हमने गोकुल में देखा-देखा
गैया चराते हुए राधा तेरा श्याम देखा | राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…
राधा तेरा श्याम हमने मथुरा में देखा | मुरली बजाते हुए राधा तेरा श्याम देखा
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…| राधा तेरा श्याम हमने सर्व जगत में देखा
राधे राधे जपते हुए, राधा तेरा श्याम देखा | राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…
राधा रमण कहो
जिस देश में, जिस भेष में, परिवेश में रहो।
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो।
जिस रंग में, जिस ढंग में, संग में रहो।
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो।
जिस लोक में, जिस भोग में, योग में रहो।
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो।
जिस हाल में, जिस ताल में, चाल में रहो।
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो।
जिस नाम में, जिस काम में, धाम में रहो।
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो।
जिस ध्यान में, जिस ज्ञान में, परिधान में रहो।
राधा रमण, राधा रमण, राधा रमण कहो।
श्यामा तेरे चरणों की
श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए ।
सच कहता हूँ मेरी, तकदीर बदल जाए ॥
श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की
सुनता हूँ तेरी रहमत, दिन रात बरसती है ।
एक बूँद जो मिल जाए, दिल की कली खिल जाए ॥
श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की
यह मन बड़ा चंचल है, कैसे तेरा भजन करूँ ।
जितना इसे समझाऊं, उतना ही मचल जाए ॥
श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की
नजरों से गिराना ना तुम, चाहे जितनी सजा देना ।
नजरों से जो गिर जाए, मुश्किल ही संभल पाए ॥
श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की
श्यामा इस जीवन की बस एक तमन्ना है ।
तुम सामने हो मेरे और प्राण निकल जाए ॥
श्यामा तेरे चरणों की, राधे तेरे चरणों की, गर धूल जो मिल जाए ।
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए ॥
राधे राधे बोल श्याम आयेंगे
राधे राधे बोल श्याम आएंगे, आएंगे शाम आएंगे।
वृंदावन कहां दूर है, बरसाना का दूर है।
सब तेरी नजर का कसूर है ।।
राधे राधे बोल श्याम आयेंगे, आयेंगे श्याम आयेंगे
निकलेगा तेरी भक्ति का परिणाम, तेरे घर भी आएंगे घनश्याम।
बस याद कर फरियाद कर, नायु जीवन बर्बाद कर ।
बीते दिन लौट ना आयेंगे राधे राधे बोल श्याम आयेंगे
ना देखे कोई धर्म कर्म ना जात, जाने बस भक्तों के दिल की बात ।
वह बस जान ले पहचान ले, एक बार वह अपना मान ले।
फिर आकर गले लगाएंगे राधे राधे बोल श्याम आयेंगे
लाखों में किसी एक को चुनते हैं, अंदर की आवाज को सुनते हैं।
बस जान ले पहचान ले, एक बार वह अपना मान ले ।
फिर आकर गले लगाएंगे राधे राधे बोल श्याम आयेंगे
चलो चलो रे वृन्दावन धाम
चलो चलो रे वृन्दावन धाम राधे राधे गायेंगे राधे राधे गायेंगे श्यामा श्यामा गायेंगे
वृन्दावन की रज है प्यारी प्यारी, जिसको धारे कृष्ण मुरारी
मैं तो तिलक लगाऊ सुबह शाम राधे राधे गायेंगे
वृन्दावन की गलियां प्यारी प्यारी, जिसमे खेले कृष्ण मुरारी
मैं तो गलियों में घूमू सुबह शाम राधे राधे गायेंगे
वृन्दावन की गोपियाँ प्यारी प्यारी, जिनको नचाये कृष्ण मुरारी
वो तो रास रचायें सुबह शाम राधे राधे गाएँगे
वृन्दावन की गईया प्यारी प्यारी, जिनको चराये कृष्ण मुरारी
वो तो मुरली बजाए सुबह शाम राधे राधे गायेंगे
वृन्दावन की यमुना प्यारी प्यारी, जिसमे नहायें कृष्ण मुरारी
वो तो चीर चुराये बारम्बार राधे राधे गायेंगे
वृन्दावन में है बांके बिहारी, बांके बिहारी मेरे कुंज बिहारी
वो तो दर्श दिखाए सबह शाम राधे राधे गायेंगे
मेरे सर पर रखदो बाबा
मेरे सर पर रखदो बाबा, अपने ये दोनों हाथ,
देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ।।
देने वाले श्याम प्रभु तो, धन और दौलत क्या मांगे,
श्याम प्रभु से मांगे तो फिर, नाम और इज्ज़त क्या मांगे
मेरे जीवन में तू कर दे, बाबा कृपा की बरसात,
देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ।।
श्याम तेरे चरणों की धूल तो, धन दौलत से महंगी है,
एक नज़र कृपा की बाबा, नाम इज्ज़त से महंगी है,
मेरे दिल की तम्मना यही है, करूँ सेवा तेरी दिन रात,
झुलस रहे है गम की धुप में, प्यार की छैया कर दे तू
बिन माझी के नाव चले ना, अब पतवार पकड़ ले तू,
मेरा रस्ता रौशन कर दे, छायी अंधियारी रात,
देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ।।
सुना है हमने शरणागत को, अपने गले लगाते हो,
ऐसा हमने क्या माँगा जो, देने से घबराते हो,
चाहे जैसे रख बनवारी, बस होती रहे मुलाकात,
देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ।।
मेरे सर पर रखदो बाबा, अपने ये दोनों हाथ,
देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ।।
गोविंद चले आओ, गोपाल चले आओ
गोविंद चले आओ, गोपाल चले आओ,
गोविंद चले आओ, गोपाल चले आओ,
मेरे मुरलीधर माधव, नंदलाल चले आओ,
गोविंद चले आओ, गोपाल चले आओ ।
आँखों में बसे हो तुम, धड़कन में धड़कते हो,
कुछ ऐसा करो मोहन, साँसों में समां जाओ,
गोविंद चले आओ, गोपाल चले आओ ॥
तेरे दर्शन को मोहन, मेरे नैन तरसते है,
है अर्ज़ मेरी मोहन, अब और ना तरसाओ,
गोविंद चले आओ, गोपाल चले आओ ॥
इक शर्त ज़माने से, प्रभु हमने लगा ली है,
या हमको बुला लो तुम, या खुद ही चले आओ,
गोविंद चले आओ, गोपाल चले आओ…….
घर आया मेरा नंदलाला
घर आया मेरा नंदलाला मोर मुकुट मुरली वाला
देवकी के तुम जाए हो यशोधा गोद खिलाये हो
नंद कहे मेरा नंदलाला मोर मुकुट मुरली वाला
यमुना तट पर जाते हो सखियों के चीर चुराते हो
सखियां कहे मेरो गोपाला मोर मुकुट मुरली वाला
बाई मीरा अरज करे हरि चरणों में ध्यान धरे
अमृत कर दिया विश प्याला मोर मुकुट मुरली वाला
सभा में द्रोपदी अरज करें रो-रो कर वो ध्यान धरे
चीर बढ़ा दिया नंदलाला मोर मुकुट मुरली वाला
मेरे तन में भी राम मेरे मन में भी राम
मेरे तन में भी राम मेरे मन में भी राम
रोम रोम में समाया तेरा नाम रे
मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे
जैसे चंदा में राम जैसे सूरज में राम
अम्बर तारो में समाया तेरा नाम रे
मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे | मेरे…………
जैसे भीलनी के राम जैसे मीरा के श्याम
नर नारी में समाया तेरा नाम रे
मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे | मेरे………
जैसे सीता के राम जैसे राधा के श्याम
पत्ते पत्ते में समाया तेरा नाम रे
मेरी सांसो में तेरा ही नाम रे | मेरे………
दुनिया चले ना श्रीराम के बिना
दुनिया चले ना श्रीराम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना।।
सीता हरण की कहानी सुनो, बनवारी मेरी जुबानी सुनो,
सीता मिले ना श्रीराम के बिना, पता चले ना हनुमान के बिना,
ये दुनिया चले ना श्रीराम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना।।
लक्ष्मण का बचना मुश्किल था, कौन बूटी लाने के काबिल था,
लक्षण बचे ना श्रीराम के बिना, बूटी मिले ना हनुमान के बिना,
दुनिया चलें ना श्रीराम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना।।
जब से रामायण पढ़ ली है, एक बात हमने समझ ली है,
रावण मरे नी श्रीराम के बिना, लंका जले ना हनुमान के बिना,
ये दुनिया चलें ना श्रीराम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना।।
सिंहासन पे बैठे है श्रीराम जी, चरणों में बैठे हैं हनुमान जी,
मुक्ति मिले ना श्रीराम के बिना, भक्ति मिले ना हनुमान के बिना,
ये दुनिया चलें ना श्रीराम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना।।
कभी राम बनके कभी श्याम बनके
कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना ||
तुम राम रूप में आना, तुम राम रूप में आना |
सीता साथ लेके, धनुष हाथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना |
कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना ||
तुम श्याम रूप में आना, तुम श्याम रूप में आना |
राधा साथ लेके, मुरली हाथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना |
कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना ||
तुम शिव के रूप में आना, तुम शिव के रूप में आना |
गौरा साथ लेके, डमरू हाथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना |
कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना ||
तुम विष्णु रूप में आना, तुम विष्णु रूप में आना |
लक्ष्मी साथ लेके, चक्र हाथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना |
कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना ||
तुम गणपति रूप में आना, तुम गणपति रूप में आना |
रीधी साथ लेके, सीधी साथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना |
कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना ||
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी,
बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी,
राम देखे सिया माँ सिया राम को,
चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी….
थे जनकपुर गये देखने के लिए,
सारी सखियाँ झरोकान से झाँकन लगी,
देखते ही नजर मिल गयी दोनों की,
जो जहाँ थी खड़ी की खड़ी रह गयी….
बोली है एक सखी राम को देखकर,
रच दिए है विधाता ने जोड़ी सुघर,
पर धनुष कैसे तोड़ेंगे वारे कुंवर,
सब में शंका बनी की बनी रह गयी….
बोली दूजी सखी छोटन देखन में है,
पर चमत्कार इनका नहीं जानती,
एक ही बाण में ताड़िका राक्षसी,
उठ सकी ना पड़ी की पड़ी रह गयी….
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी,
बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी,
राम देखे सिया माँ सिया राम को,
चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी…
हे राम, हे राम जग में साचो तेरो नाम
हे राम, हे राम जग में साचो तेरो नाम | हे राम, हे राम ….
तू ही माता, तू ही पिता है | तू ही माता, तू ही पिता है |
तू ही तो है, राधा का श्याम || हे राम, हे राम ……
तू अंतर्यामी, सबका स्वामी | तू अंतर्यामी, सबका स्वामी |
तेरे चरणों में, चारो धाम || हे राम, हे राम…
तू ही बिगड़े, तू ही सवारे | तू ही बिगड़े, तू ही सवारे |
इस जग के, सारे काम || हे राम, हे राम …
तू ही जगदाता, विश्वविधता | तू ही जगदाता, विश्वविधता |
तू ही सुबह, तू ही शाम || हे राम, हे राम
हे राम, हे राम | जग में साचो तेरो नाम | हे राम, हे राम
सीता राम जी की प्यारी राजधानी लागे
सीता राम जी की प्यारी राजधानी लागे.. राजधानी लागे मोहे मीठो मीठो सरजू जी को पानी लागे…
धन्य कौशल्या, धन्य कैकेई, धन्य सुमित्रा मैया…
धन्य भूप दशरथ जी के आंगन, खेलें चारों भैया मीठी तोतली रसीली प्रभु की बानी लागे,
प्रभु की बानी लागे मोहे मीठो मीठो सरजू जी को पानी लागे….
छोटी छावनी, रंग महल, हनुमान गढ़ी अति सुन्दर,
स्वयं जगत के मालिक बैठें, कनक भवन के अंदर सीताराम जी की शोभा सुखखानी लागे,
सुखखानी लागे…. मोहे मीठो मीठो सरजू जी को पानी लागे…
सहज सुहावनि जन्म भूमि, श्री रघुवर राम लला की,
जानकी महल सुचि सुंदर शोभा, श्री लक्ष्मण जू के किला की यहां के कण कण से प्रीति पुरानी लागे,
हां पुरानी लागे….. मोहे मीठो मीठो सरजू जी को पानी लागे….
जय सियाराम दंडवत भैया, मधुरी बानी बोले,
करे कीर्तन संत मगन मन, गली-गली में डोले सीताराम नाम धुन प्यारी मस्तानी लागे,
मस्तानी लागे…. मोहे मीठो मीठो सरजू जी को पानी लागे….
प्रभु पद प्रेम प्राप्त करते सब, पीकर श्री हरि रस को,
तेरे भक्त रहें नित निर्भय, फिकर कहो क्या उनको जिनको मात पिता रघुनाथ,
सिया महारानी लागे… मोहे मीठी-मीठो सरजू जी को पानी लागे….
लेके गौरा जी को साथ,
भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ।
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ।
नंदी पे सवार होके डमरू बजाते,
चले आ रहे हैं भोले हरी गुण गाते,
पहेने नरमुंडो की माला ओढ़े तन पर मृग छाला,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ।
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ॥
हाथ में त्रिशूल लिए भसमी रमाय,
झोली गले में डाले गोकुल में आए,
पहुचे नंद बाबा के द्वार अलख जगाएँ बारम्बार,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ।
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ॥
कहाँ है यशोदा तेरा कृष्ण कन्हैया, दरश करादे रानी लू मैं बलैया,
सुनकर नारायण अवतार आया हू मैं तेरे द्वार,
दरस करादे हो मैया मैं आया तेरे द्वार ।
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ॥
देखके यशोदा बोली जाओ-बाबा जाओ, द्वार हमारे तुम ना डमरू बजाओ,
डर जावेगा मेरा लाल जो देखेगा सर्प माल,
जाओ बाबा जी जाओ किसी और द्वार पर ।
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ॥
हँस के वो जोगी बोला सुनो महारानी,
दरश करादे मुझे होगी मेहेरबानी,
दरस करादे एक बार देखु कैसा है सुकुमार,
तेरा लल्ला हरी का कहलाता अवतार ।
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ॥
सोया है कन्हैया मेरा मैं आ जगाऊं,
तेरी बातो में बाबा हरगिज़ ना आऊँ,
मेरा नन्हा सा गोपाल तू कोई जादू देगा डाल,
मैं ना लाऊँ मेरा लाल यूँ हट ना कर ।
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ॥
इतनी सुनके भोला हँसे खिलखिला के,
बोला यशोदा से डमरू बजाके,
देखो जाकर अपना लाल आने को वो है बहाल,
दरस करादे एक बार देखु कैसा है सुकुमार ।
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ॥
इतने में आए मोहन मुरली बजाते,
ब्रह्मा इंद्राणी जिसका पार ना पाते,
यहाँ गोकुल में ग्वाल घर- घर नाच रहा गोपाल,गौरा
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ।
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ॥
लेके गौरा जी को साथ, भोले-भाले भोले नाथ,
काशी नगरी से आए हैं शिव शंकर ॥
आज तो कैलाश पर
बाज रह्यो डमरु
आज तो कैलाश पर बाज रह्यो डमरु ।
नाच बजाय रहे शिवजी रहे घुंघरु ॥
शंकर भी नाचे संग गौरा भी नाचे।
गणपत भी नाचे, स्वामी कार्तिक भी नाचे ॥
भूत प्रेत नंदिगण, सारा जग नाचे।
पाँवों में बांधकर सोने के घुंघरु ॥ आज तो कैलाश….
ब्रह्माजी आये संग, सावित्री को लाये।
विष्णुजी आये संग, लक्ष्मीजी को लाये ॥
वीणा बजाते हुए नारदजी आये।
पाँवों में बांधकर सोने के घुँघरु ॥ आज तो कैलाश….
जटा में शिवजी के गंगा विराजे ।
मस्तक पे शिवजी के चन्द्रमा विराजे ॥
सोहे। गले में शिवजी के शेषनाग
हाथों में शिवजी के बाज रहा डमरु ॥ आज तो कैलाश ….
ब्रह्माजी शिवजी की आरती उतारे हैं।
विष्णुजी शिवजी को माला पहनावे हैं ॥
नाच नाच नारदजी वीणा बजावे हैं।
पाँवों में बांधकर सोने के घुँघरु ॥ आज तो कैलाश ….
अब सौंप दिया इस जीवन का,
सब भार तुम्हारे हाथों में
अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में।
है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में॥
मेरा निश्चय बस एक यही, एक बार तुम्हे पा जाऊं मैं।
अर्पण करदूँ दुनिया भर का सब प्यार तुम्हारे हाथों में॥
जो जग में रहूँ तो ऐसे रहूँ, ज्यों जल में कमल का फूल रहे।
मेरे सब गुण दोष समर्पित हों, करतार तुम्हारे हाथों में॥
यदि मानव का मुझे जनम मिले, तो तव चरणों का पुजारी बनू।
इस पूजक की एक एक रग का हो तार तुम्हारे हाथों में॥
जप जब संसार का कैदी बनू, निष्काम भाव से करम करूँ।
फिर अंत समय में प्राण तजूं, निरंकार तुम्हारे हाथों में॥
मुझ में तुझ में बस भेद यही, मैं नर हूँ तुम नारायण हो।
मैं हूँ संसार के हाथों में, संसार तुम्हारे हाथों में॥
श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी
श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी
श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी
भज मन नारायण नारायण हरी हरी
जय जय नारायण नारायण हरी हरी
श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी
हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
लक्ष्मी नारायण नारायण हरी हरी
बोलो नारायण नारायण हरी हरी
भजो नारायण नारायण हरी हरी
जय जय नारायण नारायण हरी हरी
श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी
श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी
हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
सत्य नारायण नारायण हरी हरी
जपो नारायण नारायण हरी हरी
भजो नारायण नारायण हरी हरी
जय जय नारायण नारायण हरी हरी
श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी
श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी
हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
बोलो नारायण नारायण हरी हरी
भजमन नारायण नारायण हरी हरी
जय जय नारायण नारायण हरी हरी
श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरी हरी
श्रीमान नारायण नारायण हरी हरी
हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
हरी ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
वीर हनुमाना अति बलवाना
वीर हनुमाना अति बलवाना, राम नाम रसियो रे, प्रभु मन बसियो रे । 2
जो कोई आवे, अरज लगावे, सबकी सुनियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
वीर हनुमाना अति बलवाना, राम नाम रसियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
वीर हनुमाना अति बलवाना, बजरंग बाला फेरू थारी माला,
संकट हरियो रे, प्रभु मन बसियो रे । बजरंग बाला फेरू थारी माला,
संकट हरियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
वीर हनुमाना अति बलवाना, राम नाम रसियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
ना कोई संगी, हाथ की तंगी, जल्दी हरियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
ना कोई संगी, हाथ की तंगी, जल्दी हरियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
वीर हनुमाना अति बलवाना, राम नाम रसियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
अर्जी हमारी, मर्ज़ी तुम्हारी, कृपा करियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
अर्जी हमारी, मर्ज़ी तुम्हारी, कृपा करियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
वीर हनुमाना अति बलवाना, राम नाम रसियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
रामजी का प्यारा, सिया का दुलारा, संकट हरियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
रामजी का प्यारा, सिया का दुलारा, संकट हरियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
वीर हनुमाना अति बलवाना, राम नाम रसियो रे, प्रभु मन बसियो रे ।
लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा
लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा | लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा |
पांडूरंगा पंढरीनाथा, पांडूरंगा पंढरीनाथा | लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा |
विठ्ठल.. विठ्ठल.. जो कोई गायें | विठ्ठल.. विठ्ठल.. जो कोई गायें |
भवसागर से वो तर जावें
विठ्ठल.. विठ्ठल.. जो नही गाता | अंत समय में वो पछतावें |
लिला उनकी महान विठ्ठल पांडूरंगा
लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा | लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा |
राम वहीं है शाम वहीं है। राम वहीं है शाम वहीं है।
श्याम वहीं है बलराम वहीं है। श्याम वहीं है बलराम वहीं है।
लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा | लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा |
पंढरपूर की महिमा न्यारी आते हैं लाखों नर नारी |
पंढरपूर की महिमा न्यारी आते हैं लाखों नर नारी |
उनके लिए है कोई न छोटा, उनके लिए कोई न बड़ा
सब हैं उन्हें समान । लिला उनकी महान विठ्ठल पांडूरंगा |
लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा | लेलो हरी का नाम विठ्ठल पांडूरंगा |
विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल…..
